Jhula Devi Temple Ranikhet Almora Uttarakhand
इस मंदिर में झूले में विराजमान हैं माँ दुर्गा।


Jhula Devi Temple Ranikhet Almora Uttarakhand : उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर चौबटिया में स्थित है माँ दुर्गा को समर्पित झूला देवी मंदिर । झूला देवी मंदिर में माँ दुर्गा पालने या झूले में विराजमान हैं। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण क्षेत्र के स्थानीय लोगों को जंगली जानवरों से बचाने हेतु किया था क्योंकि उस वक्त यहाँ जंगली जानवरों का बहुत आतंक था। तब से ही माँ दुर्गा प्राकृतिक आपदा व जंगली जानवरों से स्थानीय लोगों की रक्षा करती हैं। करीब 700 वर्ष पुराने इस मंदिर में बंधी असंख्य घंटियां इस बात का प्रमाण है कि सच्चे मन से उसके दरबार में आने वाले भक्त को माँ कभी निराश नही करती हैं। हजारों लोग यहाँ आकर मन्नत मांगते हैं और मनोकामना पूर्ण होने पर माँ के मंदिर में ताँबे की घंटी चढ़ाते है। मंदिर का एकदम शांत व पवित्र वातावरण लोगों को आध्यात्मिक शांति व सुकून प्रदान करता है । पर्यटक और स्थानीय लोग यहाँ आकर माँ का आशीर्वाद अवश्य लेते हैं।
Similar Places
क्या करें ?
झूला देवी मंदिर में माँ दुर्गा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लीजिए। मंदिर परिसर में सुकून से कुछ देर बैठिये। फोटोग्राफी कीजिए। इसके अलावा भी अल्मोड़ा शहर के आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे बिनसर वन्य जीव अभयारण्य , डोल आश्रम , कटारमल सूर्य मंदिर , कसारदेवी मंदिर , सिमटोला इको पार्क , जागेश्वर धाम , नंदा देवी मंदिर , चितई गोलू देवता मंदिर आदि जहाँ आप जा सकते हैं।
झूला देवी मंदिर आने का सही समय (Best Time To Visit In Jhula Devi Temple )
झूला देवी मंदिर आने का सही समय मार्च से लेकर जून तक और अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक है। गर्मियों में यहाँ का मौसम बेहद सुहाना रहता है। वैसे आप यहाँ कभी भी आ सकते हैं। अगर आप रानीखेत / अल्मोड़ा में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।
ध्यान में रखने योग्य बातें
झूला देवी मंदिर बहुत प्राचीन मंदिर है। इसीलिए वहाँ मंदिर द्वारा बनाये गये नियमों का पालन कीजिए। कोई भी गतिविधि करने से पहले मंदिर के पंडितजी से अनुमति अवश्य ले लें।
कैसे पहुँचें झूला देवी मंदिर ( How To Reach Jhula Devi Temple )
कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)
झूला देवी मंदिर लोगों की असीम आस्था व विश्वास से जुड़ा है । इसीलिए यहाँ आप अपने हिसाब से अपना समय बिता सकते हैं। इसके अलावा भी शहर के आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है । जैसे डोल आश्रम , कटारमल सूर्य मंदिर , कसारदेवी मंदिर , सिमटोला इको पार्क , जागेश्वर धाम , नंदा देवी मंदिर , चितई गोलू देवता मंदिर आदि जहाँ आप जा सकते हैं। अगर आप अल्मोड़ा / रानीखेत में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।
क्यों आयें झूला देवी मंदिर ?
मौसम (Weather)
चारों तरफ हरे -भरे पहाड़ , पेड़ -पौधे होने के कारण झूला देवी मंदिर का मौसम गर्मियों में भी सुहाना रहता है। आप यहां मार्च से लेकर जून तक और सितंबर से लेकर दिसंबर तक कभी भी आ सकते हैं । अगर आप अल्मोड़ा / रानीखेत में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए। फोटोग्राफी के लिए एक अच्छा सा कैमरा अपने साथ अवश्य रखें । ट्रैकिंग के शौक़ीन अपने साथ एक अच्छी क्वालिटी का जूता या स्पोर्ट शू अवश्य रखें।