Nanda Devi Mandir In Munsiyari Uttarakhand
नंदा देवी मंदिर : यहाँ से कीजिए पंचचूली पर्वत की पाँचों चोटियों के दीदार।

Nanda Devi Mandir In Munsiyari Uttarakhand : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी शहर से लगभग 3 किलोमीटर और समुद्रतल से लगभग 7500 फीट की ऊंचाई पर डांडाधार में स्थित है मां नंदा देवी का प्रसिद्ध मंदिर। मां नंदा देवी को यहाँ पर कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है। इस पूरे क्षेत्र की रक्षक भी माँ नंदा देवी ही हैं। वैसे भी माँ नंदा पूरे कुमाऊँ क्षेत्र की आराध्य देवी हैं। इसीलिए नैनीताल , अल्मोड़ा सहित अनेक जगहों पर उनके भव्य मंदिर हैं। नंदाष्टमी के दिन यहाँ विशाल मेले का आयोजन होता हैं। नंदाष्टमी के दिन माँ नंदा को उनके प्रिय पुष्प ब्रह्मकमल विशेष रूप से चढ़ाये जाते हैं। ये फूल 18 हजार फिट से भी अधिक ऊंचाई वाले उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाये जाते हैं। नंदाष्टमी के दिन माँ नंदा को अर्पित किये जाने वाले ये फूल विशेष रूप से नंदा कुंड क्षेत्र (उच्च हिमालयी क्षेत्र) से लाये जाते हैं जिनको लाने के लिए क्षेत्र के कुछ विशेष लोग नंदाष्टमी से बहुत पहले वहाँ चले जाते हैं। नंदाष्टमी के दिन , नवरात्रि में या विशेष पर्वो और त्योहारों के अवसर पर इस पावन मंदिर में बहुत अधिक भीड़ रहती है। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते हैं। पंचचूली पर्वत की पाँचों चोटियाँ यहाँ से साफ़ व सामने दिखाई देती हैं।
क्या करें ?
माँ के चरणों में बैठकर सुकून व आनंद महसूस कीजिए। उनका ध्यान कर उनसे प्रार्थना कीजिए। फोटोग्राफी का आनंद उठाइये । मंदिर के आस -पास के शांत – एकांत , सुरम्य वातावरण व प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लीजिए। पंचचूली पर्वत श्रृंखलाओं को जीभर के देखिये।
ध्यान में रखने योग्य बातें
मंदिर में शांति बनाये रखें। मंदिर नियमों का पालन करें। आप यहाँ मार्च से लेकर जून तक और सितंबर से लेकर दिसंबर तक कभी भी आ सकते हैं। अगर आप यहाँ एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए। कुछ गर्म कपड़े , फोटोग्राफी के लिए एक अच्छा सा कैमरा व पैदल चलने के लिए एक अच्छी क्वालिटी का जूता अपने साथ अवश्य रखें।
अवधि
मंदिर परिसर व उसके आस -पास आप अपने हिसाब से समय बिता सकते हैं।