Maharajke Park Pithoragarh Uttarakhand
महाराजके की लड़ाई में शहीद कुमाऊं रेजिमेंट के वीर नायकों के सम्मान में एक शानदार स्मारक।

Maharajke Park Pithoragarh Uttarakhand : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के पिथौरागढ़ शहर से सिर्फ 4 किलोमीटर दूर पिथौरागढ़ – झूलाघाट रोड पर कासनी सैन्य क्षेत्र में स्थित है महाराजके पार्क। शहर के बहुत करीब स्थित इस पार्क को किसी फूल के बगीचे की तरह खूबसूरत रंग -बिरंगी फूलों से सजाया है। पार्क में विभिन्न प्रजातियों के पेड़ – पौधों को बड़े ही करीने से लगाया गया है। बीच -बीच में लोगों के टहलने के लिए पैदल रास्ते भी बनाये गये है जिनमें चहलकदमी कर लोग आराम से पूरे पार्क में घूम सकते है। पार्क के एक कोने में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले , स्लाइडर आदि भी लगे हुए है। सन 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान महाराजके पार्क का निर्माण किया गया था। पार्क में सन 1965 की लड़ाई में कुमाँऊ रेजीमेन्ट के शहीद हुए वीरों के सम्मान में एक शानदार स्मारक भी बना हुआ है जो पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद है। यह पार्क न केवल पर्यटकों के लिए बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी परिवार के साथ क्वालिटी समय बिताने व पिकनिक मनाने के लिए एक शानदार जगह है।
वीर शहीदों के सम्मान में शानदार स्मारक भी है इस पार्क में
इस पार्क में सन 1965 में कश्मीर में महाराजके की लड़ाई के दौरान कुमाऊं रेजिमेंट के शहीद हुए अमर सपूतों के सम्मान में एक शानदार स्मारक भी बना हुआ है जो पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद है। पूरे पार्क में तरह -तरह के पेड़ – पौधे लगे हुए है जिससे इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। पार्क का शांत सुरम्य प्राकृतिक वातावरण शांति से बैठने या आराम से टहलने के लिए बहुत अच्छा है। पार्क से आस – पास के गावों के ग्रामीण जीवन को भी देखा जा सकता है। पार्क में एक कैंटीन भी है जहाँ पर फ़ास्ट फ़ूड , स्नेक्स , चाय , कॉफी , कोल्ड ड्रिंक्स आदि आराम से मिल जाते हैं।
क्या करें
महाराजके पार्क एकदम सड़क मार्ग से लगा हुआ है। इसीलिए आप पार्क तक किसी भी वाहन से आसानी से पहुँच सकते हैं। महाराजके पार्क का वातावरण एकदम शांत व सुरम्य है। इसीलिए आप यहाँ आराम से बैठ सकते है। पार्क में टहलने के लिए पैदल रास्ते बनाये गए हैं जिनसे आप पूरे पार्क में आराम से घूम सकते है। पार्क के चारों ओर सुंदर प्राकृतिक वातावरण है जिसे आप निहार सकते हैं। पार्क की कैंटीन से मनपसंद फ़ास्ट फ़ूड आर्डर कर सकते है। प्रकृति व फोटोग्राफी का आनंद उठा सकते हैं।
ध्यान में रखने योग्य बातें
पार्क में शांति बनायें रखें। गंदगी न फैलाएं। अपने अमर वीर शहीदों के प्रति सम्मान जतायें। आप यहाँ मार्च से लेकर जून तक और सितंबर से लेकर दिसंबर तक कभी भी आ सकते हैं। अगर आप पिथौरागढ़ में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।फोटोग्राफी के लिए एक अच्छा सा कैमरा व पैदल चलने के लिए एक अच्छी क्वालिटी का जूता अपने साथ अवश्य रखें।
अवधि
पार्क व उसके आस -पास आप अपने हिसाब से समय बिता सकते हैं।