Jeolikote Near Haldwani Nainital Uttarakhand

फूलों , मधुमक्खियों व तितलियों का रंग – बिरंगी संसार देखना हो तो यहाँ चले आइये।

Jeolikote Near Haldwani Nainital Uttarakhand : उत्तराखंड के नैनीताल जिले के नैनीताल शहर से लगभग 21 किलोमीटर और हल्द्वानी शहर से लगभग 23 किलोमीटर दूर हल्द्वानी – नैनीताल राजमार्ग पर स्थित है एक बेहद शांत , सुरम्य और प्राकृतिक रूप से बेहद समृद्ध एक छोटा सा पहाड़ी कस्बा ज्योलिकोट। मौसमी फलों से लड़े पेड़ , बगीचों में खिले सुंदर – सुंदर फूल व उन पर मँडराती मधुमक्खियों का मधुर गुंजन , रंग – बिरंगी तितलियों व पक्षियों का घर , चारों तरफ हरे – भरे जंगल , पक्षियों का मधुर कलरव और ठंडी ताजी हवा , यही सब तो पहचान है ज्योलिकोट की। इसीलिए नैनीताल या अन्य पहाड़ी इलाकों में जाने वाले पर्यटक कुछ देर यहाँ ठहरने को मजबूर हो जाते हैं। यह एक बेहद शांत व शानदार हिल स्टेशन है जहाँ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगी हुई कुछ दुकानें हैं मगर यहाँ के पकौड़े , आलू के गुटके , पहाड़ी रायता , भांग की चटनी , भट्ट की चुड़कानी और चायनीज खाना पर्यटकों के बीच खूब प्रसिद्ध है। यहां खूब रसीले व एकदम ताजे मौसमी फल जैसे आड़ू , पूलम , आलूबुखारा , खुमानी , नाशपाती , पहाड़ी सेब , माल्टा आदि मिलते हैं जिन्हें पर्यटक अपने साथ ले जाना नही भूलते हैं। इसके अलावा यहाँ एकदम ताजा शहद भी मिलता है।

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ज्योलिकोट में होता है मधुक्खीपालन ।

क्या करें ?

ज्योलिकोट आने का सही समय (Best Time To Visit In Jeolikote)

ध्यान में रखने योग्य बातें

कैसे पहुँचें ज्योलिकोट ( How To Reach Jeolikote)

Haldwani From Delhi – दिल्ली से हल्द्वानी 295 किलोमीटर (मोटर मार्ग / By Road) दूर स्थित है और ज्योलिकोट नैनीताल शहर से लगभग 21 किलोमीटर और हल्द्वानी शहर से लगभग 23 किलोमीटर दूर स्थित है। हल्द्वानी से ज्योलिकोट दोपहिया वाहन , बस या टैक्सी से आराम से पहुँचा जा सकता है।
Nearest Railway Station Is Kathgodam  – दिल्ली या किसी भी शहर से काठगोदाम तक ट्रेन से आया जा सकता है । सभी प्रमुख जगहों से काठगोदाम के लिए ट्रेन , प्राइवेट वाहन या बस हर वक्त उपलब्ध रहती है। काठगोदाम से ज्योलिकोट तक किसी भी दोपहिया वाहन , बस या टैक्सी से आराम से पहुँचा जा सकता है।
Nearest Airport Pantnagar Airport (27 Kms Only From Haldwani By Road) – किसी भी शहर से पंतनगर हवाई अड्डे तक हवाई मार्ग से आया जा सकता है और फिर पंतनगर से ज्योलिकोट तक किसी भी दोपहिया वाहन , बस या टैक्सी से आराम से पहुँचा जा सकता है। ।

कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)

क्यों आयें ज्योलिकोट ?

मौसमी फूलों व फलों के बगीचों को देखिये ।
रंग -बिरंगी तितलियों को देखिये व प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लीजिए ।
प्रवासी पक्षियों के साथ -साथ पहाड़ी पक्षियों को देखिये व उनका मधुर कलरव सुनिए ।
पकौड़े , आलू के गुटके , पहाड़ी रायता , भांग की चटनी का आनंद लीजिए ।
स्थानीय बाजार से फल व सामान खरीदिये।

मौसम (Weather)

किसके साथ आए ।

परिवार के साथ आ सकते हैं
नव दम्पत्ति आ सकते हैं ।
दोस्तों के साथ आइए ।
अकेले भी आ सकते हैं शांति व सुकून के कुछ पल बिताने के लिए।

बोली जाने वाली भाषा (Language )

हिंदी
अंग्रेजी
कुमाऊँनी / कुमाँऊनी / स्थानीय भाषा

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