Govind Vallabh Pant Museum Almora Uttarakhand
पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय अल्मोड़ा

Govind Vallabh Pant Museum Almora Uttarakhand : अल्मोड़ा के प्रसिद्ध माल रोड में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की स्मृति में बना एक राष्ट्रीय संग्रहालय और एक कला भवन स्थित हैं ।पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय की स्थापना 1979 में हुई थी। इस संग्रहालय में कला प्रेमियों , इतिहास एवं पुरातत्व के जिज्ञासुओं के लिए कत्यूरी व चंद वंश के शासकों तथा स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई वस्तुओं को खूबसूरती से संजोकर व सजाकर रखा गया है। इस संग्रहालय में रखी एतिहासिक वस्तुओं को देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। यहाँ उत्तर भारत के एक शक्तिशाली व प्रख्यात जनजाति समूह “कुनीद” कालीन 15 दुर्लभ सिक्के भी रखे गये हैं जो सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है। इस राष्ट्रीय संग्रहालय में कत्यूरी और चंद वंश के शासकों से संबंधित सामानों को भी प्रदर्शित किया गया हैं। यहाँ कुमाऊंनी शैली के प्राचीन चित्रों का एक संग्रह भी रखा गया है।
गैलरी में रखे प्राचीन सिक्के , ताम्रपत्र और पांडुलिपि हैं आकर्षण का केंद्र
इस संग्रहालय में मुख्य रूप से पांच गैलरियों हैं जिसमें से एक गैलरी भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत के नाम की भी है। इस गैलरी में उनके जीवन से संबंधित धटनाओं के बारे में दर्शाया गया है तथा उनके द्वारा लिखे कई पत्रों को रखा गया है। संग्रहालय की एक गैलरी में कुमाऊं मंडल से संबंधित कुमाऊंनी सामग्री को रखा गया हैं जिसमें ऐपण , हुड़का , तूरी , नागफीणी और पुराने बर्तन है। संग्रहालय में आपको भगवान विष्णु और देवियों की प्राचीन मूर्तियां भी देखने को मिलेंगी। गैलरी में रखे प्राचीन सिक्के , ताम्रपत्र और पांडुलिपि आकर्षण का केंद्र हैं। इस संग्रहालय में करीब 150 साल पुरानी एक लोहे की नाव भी है जिसको नानकमत्ता से यहां लाया गया था।
क्या करें ?
इस संग्रहालय में आपको एक ही छत के नीचे कुमाऊंनी ऐतिहासिक वस्तुओं का संग्रह , भव्य टेराकोटा की प्राचीन मूर्तियां , प्राचीनकाल के सिक्के और सुंदर लकड़ी का काम देखने को मिलेगा। आप इन्हें आराम से देखिये व इनके इतिहास के बारे में जानिए। अल्मोड़ा के इस संग्रहालय में यहां रखीं हजारों साल पुरानी मूर्तियों और सिक्कों को देखने के लिए ही खासतौर पर देश-विदेश से पर्यटक पहुंचते यहां पहुँचते हैं।
ध्यान में रखने योग्य बातें
संग्रहालय में रखी मूर्तियों , सिक्कों तथा अन्य सामानों के पीछे की कहानियों को समझने के लिए स्थानीय गाइड की मदद ले सकते हैं । संग्रहालय में रखे सामान को छूने से पहले अनुमति ले लें। आप यहां मार्च से लेकर जून तक और सितंबर से लेकर दिसंबर तक कभी भी आ सकते हैं। अगर आप यहाँ एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए। फोटोग्राफी के लिए एक अच्छा सा कैमरा अपने साथ अवश्य रखें।
अवधि
आप पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय में 2 से 3 घंटे बिता सकते हैं।