Surya Kund In Yamunotri Uttarkashi Uttarakhand
सूर्यकुंड के उबलते पानी में पकाया जाता है माँ यमुना को चढ़ने वाला आलू व चावल का प्रसाद।

Surya Kund In Yamunotri Uttarkashi Uttarakhand : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के उत्तरकाशी शहर से लगभग 124 किलोमीटर दूर स्थित है यमुनोत्री धाम। लगभग 3,293 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इसी यमुनोत्री धाम में स्थित है माँ यमुना का पवित्र यमुनोत्री मंदिर। यमुनोत्री उत्तराखंड के चार धामों में से एक पवित्र धाम है। चार धाम यात्रा की शुरुआत यही से होती है। कालिंदी पर्वत की तलहटी में स्थित यह माँ यमुना का सबसे प्राचीन , पवित्र व भव्य मंदिर है। माँ यमुना शनिदेव व यमराज की बहन हैं। देवदार व चीड़ के घने जंगलों से घिरे इसी मंदिर के पास ही स्थित है प्राकृतिक रूप से गर्म पानी का एक झरना जिसे सूर्यकुंड कहा जाता है। वैसे यहाँ गर्म पानी के अनेक स्रोत हैं मगर सूर्यकुंड यहाँ का सबसे ज्यादा गर्मपानी (लगभग 88 से 90 डिग्री सेल्सियस) का जलकुंड है जिसका पानी प्राकृतिक रूप से हर वक्त उबलता रहता है। आश्चर्य की बात यह है कि यह क्षेत्र चारों ओर से बर्फीले पहाड़ों से ढका हुआ है। इस कुंड में श्रद्धालु एक मलमल के कपड़े की पोटली में चावल व आलू बांधकर डालते हैं जो थोड़ी ही देर में पक जाते है। फिर यही चावल व आलू माँ यमुना को चढ़ाने के बाद श्रद्धालु प्रसाद के रूप में खुद भी ग्रहण करते है और अपने परिजनों को भी बाँटते हैं । माना जाता है कि सूर्यकुंड के पानी में औषधीय गुण है क्योंकि इसमें सल्फर के साथ -साथ कई अन्य खनिज भरपूर मात्रा में घुले हैं ।
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क्या करें ?
माँ यमुना के दर्शन कीजिए। सूर्यकुंड में चावल व आलू पका कर माँ यमुना को चढ़ाइये। यमुनोत्री धाम व उसके आस -पास के प्राकृतिक सौंदर्य का मजा लीजिए। भव्य हिमालयी पर्वत श्रृंखलाओं के दर्शन कीजिए। बर्फ से ढकी चोटियों को निहारिये। जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक ट्रैकिंग कीजिए। पर्वतारोहण , ट्रैकिंग , कैंपिंग , राफ़्टिंग का मजा लीजिए। खूब फोटोग्राफी कीजिए । इसके अलावा भी यमुनोत्री धाम व उत्तरकाशी शहर के आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे विश्वनाथ मंदिर , यमुनोत्री धाम , शनि मंदिर , गंगोत्री मंदिर , धराली , मुखवा , गंगनानी , सातताल (सत्तल) , बागोरी , हर्षिल , गरतांग गली , केदरकांठा , नेलांग घाटी आदि जहाँ आप जा सकते हैं।
सूर्यकुंड / यमुनोत्री धाम आने का सही समय (Best Time To Visit In Surya Kund Yamunotri)
यमुनोत्री धाम एक हिमालयी पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है। जाड़ों में यह पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक जाता है जिस कारण यमुनोत्री धाम के कपाट 6 महीने के लिए बंद हो जाते हैं। इसीलिए यमुनोत्री धाम यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर – अक्टूबर के बीच में है। अगर आप यमुनोत्री धाम में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।
ध्यान में रखने योग्य बातें
आपको जानकीचट्टी से सूर्यकुंड / यमुनोत्री धाम तक का लगभग 5 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करना पड़ेगा। इसीलिए पूरी तैयारी के साथ आइये। अगर आप यहां पर्वतारोहण , ट्रैकिंग , कैंपिंग करना चाहते हैं तो पहले इसके बारे में जानकारी अवश्य लें । यमुनोत्री धाम में पैदल चलने हेतु अच्छी क्वालिटी का जूता अवश्य पहनें। अगर आप यमुनोत्री धाम में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book अवश्य कर लीजिए।
कैसे पहुँचें सूर्यकुंड / यमुनोत्री धाम ( How To Reach Surya Kund Yamunotri)
कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)
यमुनोत्री धाम अपने आप में बहुत ही सुन्दर , सुरम्य , शांत व आध्यात्मिक हिमालयी क्षेत्र है । इसके अलावा भी इसके आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे विश्वनाथ मंदिर , यमुनोत्री धाम , शनि मंदिर , गंगोत्री मंदिर , धराली , मुखवा , गंगनानी , सातताल (सत्तल) , बागोरी , हर्षिल , गरतांग गली , केदरकांठा , नेलांग घाटी आदि जहाँ आप जा सकते हैं। इसीलिए यहाँ आप अपने हिसाब से अपना समय बिता सकते हैं। अगर आप यमुनोत्री मंदिर में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।