Top 15 Tourist Places To Visit In Gangotri National Park Uttarkashi Uttarakhand
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के अंदर घूमने की ये 15 शानदार जगहें जहाँ आप प्रकृति के बेहद करीब रह सकते हैं।
Places To Visit In Gangotri National Park Uttarkashi Uttarakhand : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के गढ़वाल हिमालय में देश का तीसरा सबसे बड़ा पार्क , गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान स्थित है । प्राकृतिक रूप से बेहद समृद्ध गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन 1989 में हुई थी। 2,390 वर्ग किलोमीटर में फैला यह वन्यजीव अभयारण्य एक विशाल व गढ़वाल हिमालय में अत्यधिक ऊँचाई पर स्थित है। समृद्ध जैव विविधता को समेटे इस उद्यान की पूर्वोत्तर सीमा चीन से लगी है। शानदार हिमालय , हिन्दुओं का पवित्र तीर्थ स्थल गौमुख , हिमालय का सबसे बड़ा ग्लेशियर गंगोत्री ग्लेशियर , भागीरथी नदी , हरे -भरे शंकुधारी वन , ऊंची – ऊँची गंगोत्री पर्वत श्रृंखलाएं , कही गहरी और कही संकरी नदी घाटियां , उबड़ – खाबड़ चटटानें , टेड़े – मेढे रास्ते , गरतांग गली , नेलांग घाटी व विशाल मखमली घास के मैदान गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान की ख़ास पहचान है । समुद्रतल से लगभग 1,800 मीटर से लेकर 7,083 मीटर ऊँचाई तक फैले इस अभयारण्य से गंगोत्री धाम का मार्ग भी होकर गुजरता है। पर्यटकों के लिए यह 1 अप्रैल से 30 नवंबर तक खुला रहता है मगर दिसंबर से मार्च तक यह बंद कर दिया जाता है। अगर आप गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान घूमने का Plan बना रहे हैं तो आपको ये 15 शानदार जगहें अवश्य देखनी चाहिए जहाँ आप प्रकृति के बेहद करीब रह सकते हैं।
Top 15 Tourist Places To Visit In Gangotri National Park Uttarkashi Uttarakhand
Gangotri National Park Uttarkashi Uttarakhand : विराट हिमालय , गौमुख , गंगोत्री ग्लेशियर व विशाल मखमली घास के मैदान देखने हों तो फिर यहाँ चले आइये।
Gangotri Glacier Uttarkashi Uttarakhand : हिमालय का सबसे बड़ा , सबसे भव्य और विराट ग्लेशियर देखना हो तो यहाँ चले आइये।
Dayara Bugyal Trek Uttarkashi Uttarakhand : अगर आप ट्रैकिंग व कैम्पिंग के शौक़ीन हैं तो इस बार हरे – भरे घास के मैदानों में ट्रैकिंग का मजा लीजिए।
KedarKantha Trek Uttarkashi Uttarakhand : अगर आप ट्रैकिंग व कैम्पिंग के शौक़ीन हैं तो इस बार Queen Of Winter Treks में ट्रैकिंग का मजा लीजिए।
Nachiketa Tal Uttarkashi Uttarakhand : ऋषिकुमार नचिकेता की तपस्थली व यमद्वार देखना हो तो शौक से यहाँ चले आइये।
Dodital Lake Trek Uttarkashi Uttarakhand : मध्य कैलाश से गुजरने वाला यह ट्रैक पक्षी प्रेमियों , ट्रैकिंग के शौकीनों व प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद शानदार है।
Dodital Lake Uttarkashi Uttarakhand : गजानन महाराज का जन्मस्थान देखना हो तो यहाँ चले आइए।
Kuteti Devi Temple Uttarkashi Uttarakhand : एक भक्त के निश्छल प्रेम व विश्वास के वशीभूत होकर माँ कुटेटी सदियों से यहाँ विराजमान हैं।
प्रकृति के बेहद करीब रहने का सुनहरा मौका ।
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान हिन्दुओं के लिए धार्मिक व आध्यात्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। समृद्ध जैव विविधता को समेटे इस पार्क की उत्तरपूर्व सीमा चीन से लगी है। यह गोविन्द नेशनल पार्क (पश्चिमी की तरफ) तथा केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य (दक्षिण की तरफ) के बीच में है । गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान बाघ , कस्तूरी मृग , तहर , नीली भेड़ , अरगली भेड़ , लोमड़ी , काले व भूरे भालू , हिम तेंदुए , हिमालयी मोनाल , स्नोकाँक , कोक्लास , तीतर , बटेर , बुलबुल जैसे अनेक हिमालयन पक्षियों व वन्यजीवों का सहज प्राकृतिक आवास है। गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के अनके स्थान ट्रैकर्स की पसंदीदा जगह है। यहाँ ट्रैकर्स गंगोत्री धाम से गौमुख तक और फिर गौमुख से तपोवन तक की रोमांचक व साहसिक ट्रैकिंग करते हैं। इसके अलावा भी इस उद्यान में अनेक स्थान हैं जहाँ ट्रैकिंग के शौक़ीन पहुँचते हैं जैसे कालिंदीखाल , नेलांग घाटी , दयारा बुग्याल , गरतांग गली व केदारताल में भी ट्रैकिंग के मौके मिलते हैं। कुछ लोग यहाँ कैंपिंग , स्नो स्कीइंग का मजा भी लेते है। हिमालयी क्षेत्र होने के कारण जाड़ों में यह पार्क पूरी तरह बर्फ से ढक जाता है। चौखम्बा (1,2,3) , सतोपंथ व केदारनाथ पर्वत श्रृंखलायें इसी पार्क के अंतर्गत आती हैं।
क्या करें ?
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में जैव -विविधता व मजबूत पारस्थितिकी तंत्र को देखिये। गंगोत्री ग्लेशियर के अंतिम छोर गौमुख में जीवनदायिनी माँ भागीरथी का उद्गम स्थान देखिये। गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान से गंगोत्री पर्वत समूह की शिवलिंग , थलै सागर , मेरु , भागीरथी तृतीय और चौखम्बा पर्वत श्रृंखलाएं को देखिये। गंगोत्री धाम से गौमुख और फिर गौमुख से तपोवन (एक घास का मैदान) तक की रोमांचकारी व साहसिक ट्रैकिंग कीजिए। पर्वतारोहण , ट्रैकिंग , कैंपिंग , राफ़्टिंग का मजा लीजिए। खूब फोटोग्राफी कीजिए । इसके अलावा भी गंगोत्री धाम व उत्तरकाशी शहर के आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे विश्वनाथ मंदिर , यमुनोत्री धाम , शनि मंदिर , गंगोत्री मंदिर , धराली , मुखवा , गंगनानी , सातताल (सत्तल) , बागोरी , हर्षिल , गरतांग गली , डोडीताल , नचिकेताताल , कुटेटी देवी मन्दिर , नेलांग घाटी आदि जहाँ आप जा सकते हैं। आप दयारा बुग्याल , केदारकांठा , डोडीताल तक ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान आने का सही समय (Best Time To Visit In Gangotri National Park)
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान वाला पूरा क्षेत्र गढ़वाल हिमालय के अंतर्गत आता है। जाड़ों में यह पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक जाता है । इसीलिए गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से नवंबर के बीच में है। एक दिसम्बर से 31 मार्च तक यह बंद रहता है। अगर आप गंगोत्री धाम में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।
ध्यान में रखने योग्य बातें ।
मजबूत परस्थितिकी तंत्र व समृद्ध जैव विविधता को समेटे यह पूरा क्षेत्र ओक , देवदार और रोडोडेंड्रॉन के जंगलों से घिरा है। अगर आप यहां पर्वतारोहण , ट्रैकिंग , कैंपिंग करना चाहते हैं तो पहले इसके बारे में जानकारी अवश्य लें । गौमुख या तपोवन या कही भी ट्रैकिंग करते वक्त अच्छी क्वालिटी का जूता अवश्य पहनें। खाने -पीने का कुछ सामान , कुछ आवश्यक दवाइयाँ , गर्म कपड़े व पहचान पत्र अपने साथ अवश्य रखें। अगर आप गंगोत्री मंदिर में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book अवश्य कर लीजिए।
कैसे पहुँचें गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान ( How To Reach Gangotri National Park)
कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान अपने आप में बहुत ही सुन्दर , सुरम्य , शांत व आध्यात्मिक हिमालयी क्षेत्र है जो वाकई में बहुत सुंदर है। इसके अलावा भी इसके आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे विश्वनाथ मंदिर , गंगोत्रीधाम , डोडीताल , गोमुख , यमुनोत्री , गरंताग गली , केदरकांठा , नेलांग घाटी आदि जहाँ आप जा सकते हैं। इसीलिए यहाँ आप अपने हिसाब से अपना समय बिता सकते हैं। अगर आप गंगोत्री मंदिर में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।
