Kharsali Village In Uttarkashi Uttarakhand
हर साल अपने भाई शनिदेव के साथ ससम्मान अपने मायके आती हैं माँ यमुना ।


Kharsali Village In Uttarkashi Uttarakhand : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के उत्तरकाशी शहर से लगभग 123 किलोमीटर दूर यमुना नदी के किनारे स्थित है एक खूबसूरत और धार्मिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण एक प्यारा सा गाँव खरसाली (खुशीमठ)। इसी खरसाली गाँव में ही स्थित है सूर्यपुत्री माँ यमुना का शीतकालीन धाम यमुना मंदिर। समुंद्रतल से लगभग 2500 मीटर की ऊंचाई में स्थित इस गाँव को माँ यमुना के मायके के रूप में भी जाना जाता है। जाडों में हिमालयी क्षेत्र में स्थित यमुनोत्री में भारी बर्फवारी होने की वजह से जब यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जाते हैं तब दीपावली के पावन अवसर पर (भाई दूज के दिन) एक विशाल धार्मिक शोभायात्रा के साथ माँ यमुना की प्रतिमा (भोगमूर्ति) को खरसाली गाँव के मंदिर में पूरे धार्मिक रीति रिवाजों के साथ लाया जाता है। माँ यमुना पूरे शीतकाल के दौरान (6 महीने) यही प्रवास करती है और फिर ग्रीष्मकाल में अक्षय तृतीया के दिन फिर एक विशाल शोभायात्रा के साथ खरसाली गाँव से यमुनोत्री धाम को एक बेटी की तरह विदा होती है। खरसाली गाँव में माँ यमुना के भाई शनिदेव का बहुत प्राचीन मंदिर भी है। खरसाली से यमुनोत्री धाम सिर्फ 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पूरे धार्मिक रीति रिवाजों के साथ माँ यमुना अपने मायके आती है।
पहाड़ों में भाई द्वारा बहिनों को ससम्मान ससुराल से लाने और पहुंचाने की परंपरा है। शनिदेव भी इस परम्परा को बखूबी निभाते हैं। यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने पर शनिदेव (शनिदेव का डोला) अपनी बहिन यमुना को लाने यमुनोत्री धाम जाते हैं और फिर अपनी बहन माँ यमुना को पूरे सम्मान के साथ खरसाली गाँव लाते हैं। यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने पर वो पुन: माँ यमुना को छोड़ने यमुनोत्री धाम भी जाते हैं मगर शाम को खरसाली स्थित अपने मंदिर में लौट आते हैं । यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस दौरान पूरा गाँव माँ यमुना की भक्ति में डूबा रहता है और देश – विदेश से भी श्रद्धालु माँ यमुना के दर्शन व उनकी पूजा – अर्चना करने इस गाँव में पहुँचते हैं। पूरे गाँव में उत्सव व हर्षोउल्लास का माहौल रहता है। कहा जाता है कि भाई दूज के दिन माँ यमुना के दर्शन करने व मथुरा में स्नान करने से विशेष लाभ मिलता है।
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खरसाली गाँव में ही स्थित है शनिदेव का सबसे प्राचीन मंदिर।
खरसाली गाँव में माँ यमुना के भाई शनिदेव महाराज का बहुत प्राचीन चार मंजिला मंदिर भी है जिसमें शनिदेव की कांस्य प्रतिमा शीर्ष मंजिल पर विराजमान है। शनिदेव का यह मंदिर भारत का सबसे प्राचीन मंदिर है। माना जाता है कि यह मंदिर पांडवों के द्वारा बनाया गया था। मंदिर में एक अखंड ज्योति लगातार जलती रहती है। यह मंदिर लकड़ी व पत्थर से बना है। शीतकाल में खरसाली में भी भयंकर बर्फवारी होती है जिस वजह से शनि मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते है मगर वैशाखी के पावन पर्व (अप्रैल) पर शनिदेव महाराज के मंदिर के कपाट फिर भक्तों के दर्शनाथ खोल दिए जाते हैं।
क्या करें ?
माँ यमुना के दर्शन कर व उनकी पूजा अर्चना कीजिए। खरसाली से बन्दरपूँछ , कालिंदी , माला और सप्तऋषि पर्वतों को देखिये। खरसाली गाँव में धूमें और वहाँ के खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य का मजा लीजिए। आस – पास के क्षेत्रों में ट्रेकिंग का मजा लीजिए। जाड़ों में खरसाली गाँव का तापमान शून्य से नीचे चला जाता है । इसीलिए गर्म कपड़े साथ रखना न भूलें। खूब फोटोग्राफी कीजिए। इसके अलावा आप यमुनोत्री धाम , शनि मंदिर , गंगोत्री मंदिर , धराली , मुखवा , गंगनानी , सातताल (सत्तल) , बागोरी , हर्षिल , गरतांग गली आदि भी जा सकते हैं।
खरसाली गाँव आने का सही समय (Best Time To Visit In Kharsali Village)
चारों तरफ हरे -भरे घने जंगल , यमुना नदी , ऊँचे – ऊँचे पहाड़ होने के कारण खरसाली गाँव का मौसम गर्मियों में भी सुहाना रहता है। आप यहां मार्च से लेकर जून और फिर सितंबर – अक्टूबर तक कभी भी आ सकते हैं। बर्फवारी देखनी हो तो जाड़ों में आइये। अगर आप खरसाली गाँव में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।।
ध्यान में रखने योग्य बातें
जाड़ों में खरसाली गाँव का तापमान शून्य से नीचे चला जाता है । इसीलिए गर्म कपड़े साथ रखना न भूलें। खरसाली गाँव में पैदल चलने के लिए एक अच्छी क्वालिटी का जूता अवश्य पहनें। अगर आप खरसाली गाँव में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए ।
कैसे पहुँचें खरसाली गाँव ( How To Reach Kharsali Village)
कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)
खरसाली गाँव अपने आप में बहुत ही सुन्दर प्राकृतिक जगह है । इसके अलावा भी गाँव के आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे यमुनोत्री धाम , शनि मंदिर आदि जहाँ आप जा सकते हैं। इसीलिए यहाँ आप अपने हिसाब से अपना समय बिता सकते हैं।