Gartang Gali In Nelong Valley Uttarkashi Uttarakhand
यहाँ है आधुनिक इंजीनियरिंग को मात देता लकड़ी का एक सीढ़ीनुमा लटकता हुआ पुल।


Gartang Gali In Nelong Valley Uttarkashi Uttarakhand : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के उत्तरकाशी शहर से लगभग 90 किलोमीटर और लंका ब्रिज से लगभग 2 किलोमीटर दूर भारत -तिब्बत सीमा के पास नेलोंग घाटी में स्थित है लकड़ी का एक सीढ़ीनुमा लटकता हुआ पुल जिसे गरतांग गली कहा जाता है। यह उन्नत वास्तुशिल्प व इंजीनियरिंग का बेहतरीन नमूना है। 136 मीटर लंबा और 1.8 मीटर चौड़ा लकड़ी का यह सीढ़ीनुमा लटकता हुआ पुल जाड़ / जाध गंगा नदी के ऊपर लगभग 11, 000 फीट की ऊंचाई पर एकदम खड़ी चट्टानों को काट कर बनाया गया है। सीढ़ीनुमा होने के कारण यह पैदल चलने के लिए बेहद आरामदायक है। हर्षिल घाटी से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित इस पुल का इस्तेमाल 1962 से पहले भारत और तिब्बत के बीच व्यापार के लिए होता था लेकिन भारत – चीन युद्ध के बाद सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया गया। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सन 2021 में इसे पुन: पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। धीरे – धीरे प्रकृति प्रेमियों व ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए यह पसंदीदा जगह बनती जा रही है। यहाँ से पुल के ठीक नीचे बहती जाध गंगा नदी व सामने नेलोंग घाटी के शानदार नज़ारे दिखाई देते हैं। पुल के ऊपर से गुजरना अपने आप में एक रोमांचक सफर है।
Similar Places
Sattal Harsil Trek Uttarkashi Uttarakhand : अगर ट्रैकिंग का शौक रखते हैं तो हर्षिल घाटी की इस जगह पर आ जाइये।
Bagori Village In Harshil Valley Uttarkashi Uttarakhand : लकड़ी से बने खूबसूरत घरों व सेब बागानों के लिए प्रसिद्ध है हर्षिल घाटी का ये गाँव ।
Dharali Village In Harshil Valley Uttarkashi Uttarakhand : सेब के बागान व लाल सेम के लिए प्रसिद्ध है हर्षिल घाटी का ये गाँव ।
Mukhba Village In Harshil Valley Uttarkashi Uttarakhand : हर साल पूरे धार्मिक रीति रिवाजों के साथ अपने मायके आती हैं माँ गंगा।
कभी भारत तिब्बत व्यापार के लिए महत्वपूर्ण था ये पुल।
गरतांग गली ऐतिहासिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि सन 1962 से पहले इस पुल के द्वारा भारत और तिब्बत के लोगों के बीच व्यापार किया जाता था लेकिन भारत – चीन युद्ध के बाद सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया गया। लगभग 59 साल बंद रहने के बाद वर्ष 2021 में इसे पुन: पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। तिब्बत के व्यापारी ऊनी कपड़ों के बदले भारत से नमक , तेल , गुड़ , मसाले और चीनी आदि ले जाया करते थे। यह पूरा क्षेत्र गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत आता है। गरतांग गली पहुँचने के लिए भैरोंघाटी में स्थित लंकाब्रिज से लगभग 2 किलोमीटर का पैदल मार्ग तय करना पड़ता है जो एक जंगल से होकर गुजरता है। गरतांग गली हर्षिल घाटी क्षेत्र को जादुंग और नेलांग गाँव को पैदल मार्ग से जोड़ती है जो नेलोंग घाटी क्षेत्र में आते हैं। भैरोंघाटी और नेलांगघाटी आस – पास ही स्थित हैं। यहाँ हिम तेंदुआ और हिमालयी नीली भेड़ जैसे कई दुर्लभ जानवर पाए जाते हैं जो हिमालयी क्षेत्र में निवास करते हैं।
क्या करें ?
देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित यह इलाका बेहद शांत व एकांत है। लटकते सीढ़ीनुमा लकड़ी के पुल को देखिए और उस पर टहलिए। यहाँ की प्रदूषण रहित ठंडी हवा , स्वच्छ निर्मल पानी का आनंद लीजिए। नेलोंग घाटी के खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य का मजा लीजिए। आस – पास के क्षेत्रों में ट्रेकिंग का मजा लीजिए। जाड़ों में नेलोंग घाटी का तापमान शून्य से नीचे चला जाता है । इसीलिए गर्म कपड़े साथ रखना न भूलें। खूब फोटोग्राफी कीजिए। इसके अलावा आप गंगनानी , सातताल (सत्तल) , मुखवा , बागोरी आदि भी जा सकते हैं।
गरतांग गली आने का सही समय (Best Time To Visit In Gartang Gali)
चारों तरफ हरे -भरे घने जंगल व जाध गंगा नदी होने के कारण गरतांग गली का मौसम गर्मियों में भी सुहाना रहता है। आप यहां मई से लेकर अक्टूबर तक कभी भी आ सकते हैं। अगर आप हर्षिल में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए।।
ध्यान रखने योग्य बातें
पर्यटकों को भैरव घाटी चेक पोस्ट में अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य है। गरतांग गली में जाने के लिए प्रवेश शुल्क भी लिया जाता है जो भारतीय नागरिकों के लिए 200/- रूपये जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए 800/- रूपये है। गरतांग गली में एक बार में सिर्फ 10 लोग ही जा सकते हैं। जाड़ों में इस क्षेत्र का तापमान शून्य से नीचे चला जाता है । इसीलिए गर्म कपड़े साथ रखना न भूलें। गरतांग गली में पैदल चलने के लिए अच्छी क्वालिटी का जूता अवश्य पहनें। पानी व खाने -पीने का कुछ सामान अपने साथ ले जा सकते हैं। अगर आप हर्षिल / धराली में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए ।
कैसे पहुँचें गरतांग गली ( How To Reach Gartang Gali)
कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)
गरतांग गली अपने आप में बहुत ही सुन्दर प्राकृतिक व रोमांचक जगह है । इसके अलावा भी आस -पास कई धूमने लायक सुंदर जगहें है जैसे मुखवा , गंगनानी , सातताल (सत्तल) आदि जहाँ आप जा सकते हैं। इसीलिए यहाँ आप अपने हिसाब से अपना समय बिता सकते हैं। अगर आप हर्षिल / धराली में एक – दो दिन रुकना चाहते हैं तो आने से पहले कोई Hotel Book कर लीजिए ।