Aaditya Temple Ramak Champawat Uttarakhand

जहाँ भगवान शिव और सूर्य एक साथ शिवादित्य रूप में विराजमान हैं।

Aaditya Temple Ramak Champawat Uttarakhand : उत्तराखंड के चम्पावत जिले के चम्पावत शहर से लगभग 77 किलोमीटर दूर रमक गांव में स्थित है आदित्य मंदिर या शिवादित्यमंदिर। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ भगवान शिव और सूर्य एक साथ विराजमान है जबकि ऐसा देखने को कम ही मिलता है। ऐसा माना जाता है कि अपने अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना कर भगवान भोलेनाथ की पूजा -आराधना की थी और इस मंदिर का निर्माण 16वी शताब्दी में चंदवंश के राजाओं ने किया गया था l सूर्यदेव ही एक मात्र ऐसे देवता हैं जिनका हम हर रोज अपनी आँखों से प्रत्यक्ष दर्शन कर सकते हैं। इस जगत के हर प्राणी मात्र में ऊर्जा का संचार करने वाले सूर्य देव का यह भव्य मंदिर उनके कुछ दुर्लभ मंदिरों में से एक है क्योंकि भगवान सूर्य के बहुत कम मंदिर हैं।

सूर्य षष्ठी (साठी) महोत्सव है आकर्षण का केंद्र

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क्या करें ?

आदित्य मंदिर आने का सही समय (Best Time To Visit In Aaditya Temple)

ध्यान में रखने योग्य बातें

कैसे पहुँचें आदित्य मंदिर ( How To Reach Aaditya Temple)

आदित्य मंदिर , चंपावत से लगभग 77 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और दिल्ली से चंपावत की दूरी 402 किलोमीटर है।
पंतनगर हवाई अड्डे (एकमात्र हवाई अड्डा) से चंपावत सड़क मार्ग से 166 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पंतनगर से By Road आप चंपावत तक अपने वाहन या किसी भी प्राइवेट वाहन या बस से आसानी से पहुंच सकते हैं।
Nearest Railway Station Is Tanakpur (टनकपुर से चंपावत 75 किलोमीटर (By Road) दूर हैं। दिल्ली से टनकपुर रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से आया जा सकता है । उसके बाद मोटर मार्ग से टैक्सी या बस लेकर चंपावत तक पहुंचा जा सकता है। सभी प्रमुख जगहों से चंपावत के लिए प्राइवेट वाहन या बस हर वक्त उपलब्ध रहती हैं । काठगोदाम रेलवे स्टेशन से भी आप किसी भी प्राइवेट वाहन या बस से चंपावत तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
Haldwani से Champawat तक हेलीकाप्टर सेवा भी उपलब्ध है। लेकिन इसमें एक बार में केवल 6 व्यक्ति ही जा सकते है। अगर आप इस सेवा का लाभ लेना चाहते हैं तो इसकी Advance में Booking कर लीजिए। हेलीकाप्टर प्रतिदिन Haldwani से Champawat तक जाता है।

कितने दिन के लिए आए (Suggested Duration)

क्यों आए आदित्य मंदिर।

भगवान भोलेनाथ व सूर्य देव के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लीजिए
मंदिर में सुकून व शान्ति से समय बिताइए और फोटोग्राफी कीजिए।
चंपावत के स्थानीय बाजार से खरीददारी कीजिए।
प्रकृति व पहाड़ों का आनंद लीजिए ।
कुमाँऊनी व स्थानीय व्यंजनों का आनन्द लीजिए।

मौसम (Weather)

किसके साथ आए ।

परिवार के साथ आ सकते हैं
नव दम्पत्ति अपने सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद लेने आ सकते हैं ।
दोस्तों के साथ।
अकेले भी आ सकते हैं भगवान शिव व सूर्य के दर्शन करने ।

बोली जाने वाली भाषा (Language )

हिंदी
अंग्रेजी
कुमाऊँनी

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