Pangot In Nainital Uttarakhand
पंगोट : पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग है यह जगह

पंगोट हरा – भरा छोटा सा एक प्यारा गांव हैं जो नैनीताल शहर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । पंगोट में पहुंचना किसी सुदूर हिमालयी गाँव में कदम रखने जैसा है। नैनीताल शहर से इस गांव को जाने वाली सड़क से गुजरते वक्त आप नैना पीक , स्नो व्यू , कीलबरी का नजारा आराम से देख सकते हैं। यह जगह वैसे भी पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग मानी जाती है । यहां पर लगभग 250 से अधिक हिमालयी प्रजाति के पक्षी मिलते हैं। जैसे लैमरजियर , ब्लू-विंग्ड मिनाला, चित्तीदार और स्लेटी-समर्थित फोर्कटेल , रूफ-बेल्ड वुडपेकर, हिमालयन ग्रिफन, रूफ-बेलिड नेल्टवा , खालिज तीतर आदि। इसलिए पक्षी प्रेमियों के लिए यह गांव हमेशा ही आकर्षण का केंद्र रहा है। इसके अलावा यहाँ तेंदुए , हिरण और सांभर दिखाई देना आम बात हैं। घने जंगलों , शांत झरनों के बीच स्थित पंगोट चारों तरफ से बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा हुआ है। इसीलिए यहाँ की जलवायु बहुत अच्छी हैं। पंगोट की एक और ख़ास विशेषता हैं यहाँ का सूर्यास्त। यहाँ से सूर्यास्त बेहद खुबसूरत दिखाई देता हैं। इसीलिए यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है और इसी को देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहाँ आते हैं ।
क्या करें
बेहद शांत और प्राकृतिक रूप से बेहद सुंदर पंगोट नैनीताल के पास एक शानदार हिल स्टेशन है। यहां की सुंदरता और स्वच्छ आबो हवा पर्यटकों को बेहद पसंद आती हैं। आप यहाँ भरपूर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। पक्षियों की लगभग 580 प्रजातियां यहां हर साल आती हैं। इसीलिए एक से बढ़कर एक खूबसूरत पक्षियों को निहार सकते हैं। फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं। शानदार सूर्यास्त का मजा ले सकते हैं।
ध्यान रखने योग्य बातें
घने जंगलों और पैदल रास्तों से चलकर पंगोट तक का सफर तय होता है। इसमें से कुछ रास्ता टैक्सी या किसी अन्य वाहन से तय किया जा सकता हैं। आरामदायक जूते पहनें । खूबसूरत नजारों को कैद करने के लिए अपने साथ कैमरा अवश्य रखें। जंगली जानवरों से सावधान रहें और सूर्यास्त से पहले पंगोट पहुंच जाएँ। पंगोट जाने के लिए फरवरी से जून तथा सितंबर से दिसंबर तक का समय सबसे अच्छा हैं।
अवधि (Duration)
पंगोट गाँव और उसके आस-पास के इलाकों के सुंदर प्राकृतिक दृश्यों को देखने के लिए आप 1 या 2 दिन वहाँ रुक सकते हैं।